12 नवंबर 2023 को दीपावली के दिन लक्ष्मी गणेश की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:40 से शुरू होकर 7:36 तक रहेगा। वहीं महानिशीथ काल का मुहूर्त देर रात 11:49 से मध्य रात्रि 12:31 तक रहेगा, माना जाता है कि इस मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा करने से अपार सुख समृद्धि मिलता है।
दीवाली का त्योहार क्यों मनाया जाता है?
Diwali 2023: दीपावली या दीवाली का त्योहार हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान राम जिन्हें भगवान विष्णु के सातवें अवतार भी कहा जाता है, इस दिन लंका के राजा रावण को युद्ध में हराने के बाद अयोध्या लौटे थे। असत्य पर सत्य की जीत की ख़ुशी में और भगवान राम के 14 साल के बाद घर आने की ख़ुशी में अयोध्या वासियों ने घरों में दीये जला कर और रंगोलियों से सजा कर उनका स्वागत किया था। यह भी मान्यता है कि देवताओं द्वारा समुंद्र मंथन के दौरान इसी दिन देवी लक्ष्मी प्रगट हुई थी। इसलिए दीवाली के दिन देवी लक्ष्मी का पूजन करके उनका घर में आह्वान किया जाता है।
इस त्योहार को रौशनी का त्योहार भी कहा जाता है। यह त्योहार हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। लोगों को इस खास त्योहार का इंतजार साल भर रहता है, इस दिन लोग दीपों से घरों को सजाते हैं, पटाखे फोड़ते हैं, मिठाइयां बनाते और बाँटते हैं और पूर्ण श्रद्धा एवं भक्ति से माँ लक्ष्मी और भगवान् गणेश की पूजा अर्चना करते हैं।
Deepawali 2023: इस साल यानि 2023 में दीपावली का त्योहार किस दिन मनाया जाएगा, इसका शुभ मुहूर्त क्या है, पूजा अर्चना कब और कैसे की जानी चाहिए और प्रसाद, भोग के लिए क्या चढ़ाया जा सकता है। आइए हम आपको बताते हैं। तो चलिए जानते हैं साल 2023 में दिवाली किस दिन मनाई जाएगी।
साल 2023 में दिपावली कब है, क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त, कैसे करें सेलेब्रेट | Diwali 2023 Date: When is Deepawali? Diwali Date and Muhrat
दीपावली कब है 2023: इस दिन मनाया जाएगा दीपावली का त्योहार (Diwali 2023 date)
साल 2023 में कार्तिक महीने की अमावस्या 12 नवंबर 2023 को दोपहर 2:44 से प्रारंभ हो जाएगी और इसका समापन 13 नवंबर 2023 को दोपहर 2:56 पर होगा. हिंदू धर्म में कोई भी त्योहार उदया तिथि के आधार पर ही मनाया जाता है, इसलिए इस साल यानि 2023 में दीपावली 12 नवंबर को मनाई जाएगी.
दीपावली 2023 पर पूजा का शुभ मुहूर्त ( Diwali 2023 Shubh muhurat)
दीपावली के दिन 12 नवंबर 2023 को माँ लक्ष्मी और भगवान् गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:40 से शुरू होकर 7:36 तक रहेगा. महानिशीथ काल की पूजा देर रात 11:49 से मध्य रात्रि 12:31 तक की जा सकती है, महानिशीथ काल का उपयोग तांत्रिकों द्वारा तंत्र क्रियाओं के लिए उपयुक्त मन जाता है.
ऐसे करें दीपावली की पूजा (Diwali Puja Vidhi)
दीपावली की पूजा हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करनी चाहिए, इस दौरान सबसे पहले कलश पर तिलक लगाकर पूजा की शुरुआत करें. हाथ में अक्षत और फूल लेकर मां लक्ष्मी और गणेश जी का ध्यान करें, फूल और अक्षत को गणेश और लक्ष्मी जी की प्रतिमा पर अर्पित करें, रोली, चंदन, अक्षत, माला, पहनकर भगवान का ध्यान करें. उनके सामने खिल-खिलौने, बताशे, फल, मिठाई रखें और पूरा परिवार साथ मिलकर गणेश जी और लक्ष्मी जी की कथा सुने और फिर आरती करें.
दीपावली पर गणेश जी और माता लक्ष्मी को चढ़ाएं ये भोग
पूजा करते समय माँ लक्ष्मी जी को हलवा, खीर, मखाना, सिंघाड़े, बताशे, अनार, पान के पत्ते, सफेद और पीले रंग की मिठाई अर्पित करना चाहिए. ये कहा जाता है कि दीपावली के दिन यह वस्तुयें लक्ष्मी जी को अर्पण करने से घर में सुख समृद्धि एवं शांति आती है और मां लक्ष्मी अपना आशीर्वाद हमेशा बनाए रखती हैं. इसके अलावा गणपति जी और लक्ष्मी मां को घर में बनाई हुई गुजिया, पपड़ी, अनरसा और लड्डू का भोग भी लगाया जाता है.