जलने का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि कितना हिस्सा जला है या कितना गहरा जला है। यदि अधिक जल गए हों, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए, सामान्य रूप से जलने पर अर्थात् तेल, चाय, गर्म पानी या दाल वगैरह के गिरने पर निम्न घरेलू नुस्खे बेहद लाभदायक होते हैं।
जलने पर चमड़ी लाल हो जाती है और उस स्थान पर सूजन के साथ छाले भी पड़ जाते हैं, साथ ही जलन और दर्द भी होता है। जले हुए स्थान को जब तक दर्द रुक न जाए, ठंडे पानी में रखना चाहिए। यदि गरम पानी या चाय वगैरह से जल गए हों और उससे कपड़े भीग गए हों, तो उन्हें एकाएक उतारना नहीं चाहिए। छाले पड़ने पर जहां तक हो सके, उन्हें खुला रखना चाहिए।
घरेलू नुस्खे :
■ जलने पर बर्फ़ से तुरंत १०-१५ मिनट तक रगड़ने से दाग़ व सूजन नहीं होती है।
■ अनार की पत्तियों को पीसकर जले हुए भाग पर लगाने से जलन शांत होती है।
■ केले का गूदा जले हुए भाग पर लगाने से जलन मिटेगी व फफोले नहीं पड़ेंगे,
■ मेहंदी के पत्तों को पानी या सरसों के तेल के साथ पीसकर जले हुए स्थान पर लगाने से फ़ायदा होगा।
■ तारपीन का तेल और कपूर समान मात्रा में मिलाकर लगाएं, तुरंत आराम मिलेगा।
सुपर टिप :
शरीर का कोई अंग जल जाने से चमड़ी पर सफ़ेद निशान हो जाते हैं, जो भद्दे लगते हैं, रुई को शहद में भिगोकर उस पर बांधने से कुछ ही दिनों में सफ़ेद दाग़ मिट जाएंगे और नेचुरल स्किन आ जाएगी।
■ आलू को कूट-पीसकर उसकी लुगदी जले भाग पर लेप करने से तुरंत जलन शांत होगी।
■ जले भाग पर शुद्ध शहद का लेप करना लाभदायक होगा।
■ बरगद के कोमल पत्तों को गाय के घी में पीसकर लगाने से जख्म जल्दी भरेगा।
■ बेर की कोमल पत्तियों को दही के साथ पीसकर लगाने से जलने के निशान नहीं रहेंगे
■ नारियल के पानी को अलसी के तेल के साथ पकाकर रखें, इस मिश्रण को लगाने से जले पर तुरंत आराम मिलता है।
■ इमली की लकड़ी को जलाकर उसकी राख नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से जख्म ठीक होगा।
■ शहद के साथ लौंग पीसकर जले हुए स्थान पर लगाने से जख्म नहीं बन पाता और ये जलन को भी मिटाता है,
■ करेले के रस को रुई की सहायता से जले हुए स्थान पर लगाने से जलन दूर होती है।
■ प्याज़ को पीसकर जले हुए स्थान पर लगाने से तुरंत आराम मिलता है।
■ जले स्थान पर तुरंत सफ़ेद टूथपेस्ट लगाने से छाले नहीं पड़ेंगे और जलन भी शांत होगी।
■ ग्लिसरीन लगाने से भी जलन दूर होती है और फफोले नहीं पड़ते।
■ फिटकरी को बारीक़ पीसकर देसी घी में मिलाकर लगाने से जलन में आराम मिलता है।
■ चौलाई के पत्तों के साथ घास (दूब) पीसकर लुगदी बनाकर जले पर लगाने से जलन दूर होगी।
■ पीपल की छाल का बारीक़ पाउडर बनाकर रख लें। यह पाउडर जल जाने से हुए घाव में आराम पहुंचाता है।
■ आग से जलने पर शुद्ध हींग को पानी में घोल लें। जले हुए स्थान पर इस घोल को हर एक घंटे पर लगाते रहें। जलन दूर होगी और फफोले भी नहीं पड़ेंगे।
जलने से कैसे करें बचाव ?
- -चूल्हे पर खाना बनता न छोड़ें।
- -रसायनों, लाइटर और माचिस को बच्चों से दूर रखें।
- -खाना बनाते समय मजबूत दस्तानों का प्रयोग करें जिससे आपके हाथ और कलाई कवर रह सकें।
- -किचन में सिंथेटिक कपड़े न पहनें।
- -गरम तरल पदार्थों को बच्चों और पालतू जानवरों से दूर रखें।
- -बच्चों को किचन में अकेला न छोडे़।
- -गर्म खाना और तरल पदार्थ को बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
- -खाना बनाते समय कभी-भी ढीले कपड़े न पहने। ऐसे कपड़ों में आग आसानी से लग सकती है।